National Youth Day | राष्ट्रीय युवा दिवस । Essay on National Youth day

National Youth day राष्ट्रीय युवा दिवस 


national youth day

नरेंद्र नाथ दत्त ( स्वामी विवेकानंद)
जन्म -12 जनवरी 1863 कोलकाता 
पिता- विश्वनाथ दत्त 
माता- भुवनेश्वरी देवी 
गुरू- रामकृष्ण परमहंस 
"उठो, जागो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये"
मृत्यु - 4 जुलाई 1902 बेलूर मठ 

राष्ट्रीय युवा दिवस 

राष्ट्रीय युवा दिवस हमारे देश के युवाओं के लिए समर्पित है। भारत में युवा दिवस प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को मनाया  जाता है। इस लेख माध्यम से हम यह जानेंगे कि युवा दिवस कब और क्यों मनाया जाता है । 

किसी भी देश का Future उसके युवाओं पर निर्भर करता है। देश के युवाओं को सही मार्ग दर्शन देने के लिए यह युवा दिवस मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे इसीलिए उनके जन्म दिवस यानी 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का फैसला लिया गया।


स्वामी विवेकानंद 

Swami Vivekanand जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था । स्वामी जी के गुरू थे श्री रामकृष्ण परमहंस । इनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। विवेकानंद जी एक महान संत और सच्चे देश भक्त थे। ये बचपन से ही बहुत तीव्र बुद्धि और उत्तम सोच वाले व्यक्ति थे । 


विवेकानंद जी नें शिकागो में आयोजित एक विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया। स्वामी जी के पिता विश्वनाथ दत्त जी वकील थे । तथा उनकी माता भुवनेश्वरी देवी एक गृहणी थी । इनकी माता धार्मिक प्रवृत्ति की थी इसीलिए इनके घर मे अक्सर पूजा पाठ और भजन-कीर्तन हुआ करता था। परिवार में इस प्रकार का वातावरण होने के कारण बचपन से स्वामी जी के ऊपर धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव पडा। इसी कारण इनके मन में ईश्वर को जानने और पाने की उत्सुक्ता थी। 

शिकागों के धर्म सम्मेलन विवेकानंद जी ने जैसे ही कहा- "अमेरिकी भाइयों और बहनों" उनके संबोधन के इस प्रथम वाक्य ने सबका दिल जीत लिया था। 

1893 में विवेकानंद जी नें रामकृष्ण मिशन की स्थापना की । 1898 में रामकृष्ण मठ की स्थापना की। 

25 वर्ष की आयु में स्वामी जी ने पैदल ही पूरे भारत वर्ष का भ्रमण कर लिया था। स्वामी जी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।


मृत्यु

4 जुलाई 1902 को इस महान सन्त और देशभक्त ने महासमाधि धारण कर प्राण त्याग दिए।

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